*पुलिस बल की मौजूदगी में चला पिला पंजा*
*खबर का असर उत्तर प्रदेश उन्नाव जूठ का पर्दा फाश*
*देर से सही पर दुरुस्त फैसला जहां एक तरफ उन्नाव जिले की तहसील सफीपुर में नेताओं से लेकर प्रशासन तक 525 व 542 के तालाब को बचाने में 6 सालों से एड़ी से लेकर चोटी का जोर लगा रहा था तो वही आज कोर्ट के फैसले ने सभी के अरमानों पर पानी फेर दिया।*
*कहते हैं ना कि सब्र का फैसला एक दिन कुदरत जरूर कर देता है देखिए वही नजारा जब सब्र का बांध टूटा तो फिर कहर बनकर पीला पंजा बरस ही गया525 व 542*
उन्नाव तहसील सफीपुर तकिया चौराहा लखनऊ हाईवे मैं रोड मार्ग से
जिला शहर योजनाकार विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों ने पीला पंजा चलाया। इस अवसर पर जिला नगर योजनाकार अधिकारी ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार क्षेत्र लेखपाल विशाल व पुलिस बल उपस्थित था।
विभाग के अधिकारी व कर्मचारी ने बने कहीं अवैध मकान पर गई पीले पंजे से खुर्द बूर्द करवाया। बताया कि नामक व्यक्ति ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि में तालाब की जमीन पर अवेद मकान के निर्माण हो रखे हैं अवैध होता है। अर्बन एक्ट के तहत यहां निर्माण करने वाले व्यक्तियों को नोटिस देकर मना किया जाता है। दो नोटिस देने के बाद फिर भी कोई व्यक्ति अवैध रूप से जमीन पर निर्माण करता है तो इस तरह की कार्यवाही अमल में लाई जाती है। जिला शहर योजनाकार विभाग के अधिकारी ने लोगों को अवैध कालोनियों में अपनी मेहनत की कमाई को व्यर्थ खराब नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति अवैध रूप से कालोनियां खड़ा करता है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी लेकिन उसके बावजूद भी वहां के कुछ जिद्दी लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई को प्रशासन की हवेल ना करते हुए एक न सुनी और अपनी पूंजी से कमाई को आज खत्म करवा दिया अब देखना यह होगा किस तरह से अभी तहसील सफीपुर से कई अभिलेख सरकारी अभिलेखों से किस तरह से गायब हो गई है ये एक बड़ा सवाल खड़ा होता दिखाई दे रहा हे। क्या उन मठाधीशों पर भी कोई कार्रवाई होगी और बने हुए माइनर नहर की जमीन पर कब चलेगा पीला पंजा ये अब देखने वाली बात होगी
